Updated On किडनी (गुर्दा) शरीर के सभी महत्वपूर्ण अंगों में से एक बहुत ही जरुरी अंग है। किडनी हमारे शरीर में से विषैले पदार्थों को बाहर निकाले का काम करती है। परंतु कुछ लोग ऐसे हैं, जो जाने-अनजाने में कुछ ऐसी आदतों को अपना लेते हैं जो उनकी किडनी को काफी नुकसान पहुंचाती हैं। जिससे बाद में किडनी खराब होने पर उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए आज हम आपको उन 10 बुरी आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो किडनी ख़राब होने की वजह बन सकती है।
1. यूरिन रोक कर रखना
यूरिन रोक कर रखने पर ब्लैडर फूल हो जाता है। यूरिन के जरिए शरीर में मौजूद हानिकारक तत्व बाहर निकलते हैं। इस काम में गुर्दे सक्रिय होते हैं, लेकिन ज़्यादा देर तक यूरिन रोकने से विषैले तत्व वापस किडनी तक पहुंच सकते हैं। इसके बैक्टीरिया के कारण किडनी इन्फेक्शन हो सकता है और इससे किडनी डैमेज होने का खतरा बढ़ जाता है। पेशाब रोकने से किडनी स्टोन की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है, क्योंकियूरिन में यूरिक एसिड और कैल्शियम ऑक्सालेट जैसे खनिज पाए जाते हैं। जो पथरी का कारण बनते हैं।
2. पानी कम या ज़्यादा पीना
किडनी से संबंधित रोगों से बचने के लिए थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीते रहें। इससे किडनी में मौजूद व्यर्थ पदार्थ यूरीन के जरिए बाहर निकल जाएगें और आप किडनी रोग की समस्या से बचें रहेंगें। चाहें तों पानी में नींबू के रस को निचोड़ कर भी पी सकते हैं इससे शरीर को विटामिन सी व पानी दोनों साथ में ही मिलेगा। पानी थोड़ी थोड़ी देर में पीते रहने से शरीर के टॉक्सिन्स फ़िल्टर होकर निकलते रहते हैं और किडनी हेल्दी रहती है। इसलिए रोज 8 से 10 गिलास पानी पीना जरुरी है इससे कम पानी पीने पर बॉडी में जमा टॉक्सिन्स किडनी फंक्शन पर बुरा असर डालते हैं।
3. ज़्यादा नमक खाना
कुछ लोग जरूरत से ज़्यादा नमक का सेवन करते हैं। शायद वो नहीं जानते कि उनकी ये आदत उनकी किडनी की सेहत पर कितनी भारी पड़ सकती है। खाने में ज़्यादा नमक किडनी खराब कर सकती है नमक में मौजूद सोडियम ब्लड प्रेशर बढ़ाता है जिससे किडनी पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए किडनी को हेल्दी रखने के लिए दिन में 5 ग्राम से अधिक नमक का सेवन न करें। इससे BP और डायबिटीज़ कंट्रोल में रहते हैं।
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4. ज़्यादा नॉनवेज खाना
मीट में काफी मात्रा में प्रोटीन मौजूद होता है, लेकिन अधिक मात्रा में प्रोटीन डाइट लेने से किडनी पर मेटाबॉलिक लोड बढ़ता है जो कि किडनी के लिए बहुत नुकसानदायक साबित हो सकता है। मीट का सेवन मांसपेशियों के लिए तो अच्छा है, मीट में काफी मात्रा में फैट पाया जाता है जो किडनी के लिए सही नहीं है। यूरिक एसिड किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है रेड मीट के ज्यादा सेवन करने से शरीर में यूरिक एसिड भी बढ़ता है।
5. ओवर ईटिंग
अगर सामने कोई मनपसंद चीज रखी हो तो उसे बार-बार खाने का मन करता है। अगर एक बार खाएं, तो खाते ही जाते है, जिसे ओवरईटिंग कहते है। सामान्य की अपेक्षा अधिक खाने से वज़न तो बढ़ता ही है साथ ही सेहत से जुड़ी कई समस्या भी हो सकती है। अगर आप भी ओवरईटिंग करते है तो मोटापा बढ़ने के अलावा किडनी डैमेज होने का खतरा कई गुना ज़्यादा होता है इसलिए ज़्यादा खाने से बचें।
6. अनावश्यक दवाएं खाना
छोटी- मोटी प्रॉब्लम के कारण हम सभी लोगों ने कभी ना कभी पेन किलर्स (दर्द निवारक दवाएं) का इस्तेमाल जरूर किया होगा। सर दर्द हो या बुखार, सर्दी हो या खांसी, पेट दर्द हो या बदन दर्द हम पेन किलर्स का इस्तेमाल तुरंत ही करते हैं। ये दवाएं तुरंत राहत तो पहुंचा देती हैं जब आप दर्द से जूझ रहे हों तो राहत के लिए कोई भी पेन किलर लेना गलत नहीं लगता लेकिन बता दें इनका नियमित इस्तेमाल आपकी किडनी को भी खराब कर सकता है। अमेरिका की युनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो बाउल्डर के नए शोध के अनुसार पेन किलर्स खाने से कई पुराने दर्द की अवधि बढ़ जाती है। इसके अनुसार इंसानों में पेन किलर्स की बढ़ोत्तरी पुराने दर्द को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा सकती है।इसलिए डॉक्टर्स से पूछे बगैर ऐसी दवाएं न लें।
7. सिगरेट या तंबाकू
धूम्रपान एवं तम्बाकू के सेवन से कई गंभीर समस्याएं तो होती ही हैं (विशेषकर फेफड़े संबंधी रोग) लेकिन इसके कारण ऐथेरोस्कलेरोसिस रोग भी होता है। जिसकी वजह से रक्त नलिकाओं में रक्त का बहाव धीमा पड़ जाता है और किडनी में रक्त कम जाने से उसकी कार्यक्षमता घट जाती है।सिगरेट पीने या तंबाकू खाने से बॉडी में टॉक्सिंस जमा होने लगते हैं, जिससे किडनी डैमेज होने की प्रॉब्लम हो सकती है इससे ब्लड प्रेशर भी बढ़ता है जिसका बुरा असर किडनी पर पड़ता है, इसलिए धूम्रपान और तंबाकू का सेवन ना करें।
8. इन्फेक्शन इग्नोर करना
सर्दी जुकाम, टॉन्सिल की प्रॉब्लम इग्नोर न करें इनके कारण पोस्ट इंफेक्टिव ग्लोमेरोनेफ्राईटिस नामक बीमारी भी हो सकती है। जिसके बैक्टीरिया किडनी में सूजन पैदा करते हैं ये किडनी को बहुत नुकसान पहुंचाती हैं।इनसे किडनी के सैल्स को नुकसान और धीरे-धीरे यह किडनी के फंक्शन को भी कमजोर करता है।
9. पूरी नींद न लेना
स्टडी कहती हैं कि रोजाना 7 से 8 घंटे से कम सोने वालों को हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज का खतरा ज्यादा होता है ऐसे में किडनी डिजीज की आशंका बढ़ जाती है।
ज़्यादा कोल्ड्रिंक या सोडा पीने के कारण किडनी डिजीज की आशंका बढ़ती है इनमें ऑर्थोफास्फोरिक एसिड होता है, जो किडनी पर बुरा असर डाल सकता है।
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